Nature Based Gardening - Easy Actions

Almost all rural houses have homestead land around, which have good potential to development as Health and Nutrition Garden, which gives foundation for good nutrition, environment and even income also. This post helps families who want to develop such land following NARURE BASED ACTIONS.

Deepak Sharma

11/27/20251 min read

पर्यावरणीय बागवानी को टिकाऊ बनाने के आसान तरीके

जैसे-जैसे हम पर्यावरण पर पड़ने वाले असर के बारे में ज़्यादा जागरूक हो रहे हैं, कई माली अपनी बागवानी के तरीकों को ज़्यादा इको-फ्रेंडली बनाने के तरीके ढूंढ रहे हैं। सस्टेनेबल बागवानी के लिए आपके बगीचे को पूरी तरह से बदलने की ज़रूरत नहीं है—यह छोटे-छोटे बदलाव करने के बारे में है जिनका धरती पर बड़ा असर हो सकता है। ज़्यादा सस्टेनेबल बगीचा बनाने में आपकी मदद करने के लिए यहां कुछ आसान, काम के टिप्स दिए गए हैं।

1. जैविक एवं प्राकृतिक विधियों को अपनाएं

कृत्रिम खाद का प्रयोग कम करें या छोड़ दें, जो पानी के स्त्रोतों एवं मृदा को प्रदूषित कर सकते हैं और अन्य जीवों विशेषकर लाभदायी कीड़ों को हानि पहुंचा सकते हैं, अतः जैविक/प्राकृतिक विकल्प चुनें। कम्पोस्ट, कीड़ों की खाद, आदि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना मिट्टी में पोषक तत्व बढाने के लाभकारी तरीके हैं।

2. पानी के पुनःचक्रण की व्यवस्था करें

अपने बगीचे में पानी देने में बहुत सारे संसाधन की आवश्यकता होती है, अतः बारिश का पानी इकट्ठा करने, रसोईघर से बहने वाले पानी को बागवानी में उपयोग लेने से पानी की जरुरत में कमी लायी जा सकती है। छत से बहते पानी को इकट्ठा करने के लिए एक रेन बैरल लगाएं, फिर उससे अपने बगीचे में पानी दें। यह आपके पौधों के आस-पास नमी बनाये रखने में पेड़-पोधों के अवशेषों से आच्छादन भी महत्वपूर्ण तरीका है।

3. देसी पौधे उगाएं

स्थानीय पेड़-पौधे हमारे स्थानीय जलवायु और पर्यावरण के अनुसार अपने आप को ढाल-लेते हैं और उन्हें बढ़ने के लिए पानी, खाद, बीज, एवं रखरखाव, आदि के लिए कम संसाधनों की आवश्यकता होती है। वे मधुमक्खियों, तितलियों, आदि जैसे परागण सहयोगी कीटों और अन्य जीव-जंतुओं के लिए उपयुक्त वातावरण भी प्रदान करतें हैं।

4. लॉन को छोटा रखें

यदि लॉन है तो हमें घांस को बहुत अधिक पानी एवं रखरखाव की आवश्यकता होती है अतः उसका क्षेत्र कम करके बागवानी का क्षेत्र बढाएं| अगर खली जगह पड़ी है तो उसमें भी सब्जियों की क्यारियाँ बनाईं जा सकती है| इसके बहुत लाभ है जैसे शुद्ध वातावरण, विविधता, सुंदरता, पोषण, एवं पर्यावरण पर अच्छा प्रभाव|

5. जैविक कचरा कम करने के लिए कम्पोस्ट विधि से खाद बनाएं

अपनी रसोई से निकालने वाले सब्जियों के छिलके, पेड़-पोधे के अवशेष से कम्पोस्ट (खाद) बनाने से कचरा प्रबंधन में सहयोग होता हे और हमारी आस-पास की मिटटी भी स्वस्थ होती है|